गंगा को प्रदूषण मुक्त
करने की लडाई अब लखनऊ तक पहुंच गयी। गंगा मुक्ति संग्राम के प्रमुख प्रमोद
कृष्णन ने लखनऊ आकर यहां मुस्लिम धर्मगुरुओँ से मुलाकात की। उन्होंने मु्स्लिम
समाज से गंगा की लडाई में आने की अपील की । वहीं मुस्लिम धर्मगुरु गंगा समेत सभी प्राकृतिक
संसाधनों के लिये एक अलग मंत्रालय की भी मांग की है।
आचार्य प्रमोद कृष्णन और मुस्लिम
धर्मगुरू यूं ही नहीं मिल रहे। उनके मिलने का मकसद देश की राष्ट्रीय नदी की बीमारी दूर
करना है। इस मुद्दे पर
गंगा
मुक्ति संग्राम काफी समय से काम कर रहा है । इसके प्रमुख आर्चाय कृष्णन ने मुस्लिम
समाज को इस लडाई में आगे आने की अपील की। कहा बिना मुस्लिम समाज की
भागेदारी गंगा का भला नहीं हो सकता। ऐसे में मुस्लिम समाज इस लडाई में शामिल
ना होना बेइमानी होगी। साथ ही ये भी कहा कि मां बीमार है तो दोनो बच्चों को
आगे आना ही होगा।
उत्तर प्रदेश के मौलाना ने खुले दिल
से आचार्य और उनके मुद्दे का स्वागत किया। कहा मुस्लिम समाज के
लिये भी गंगा महत्वपूर्ण है। अगर गंगा नहीं रही तो सबका नुकसान होगा। आल
इंडिया मुस्लिम पर्सनल
लॉ
बोर्ड के सदस्य और शाही इमाम लखनऊ मौलाना खालिद रशीद ने तो इसके दो कदम आगे की बात
कही।
उत्तर प्रदेश में शिया
धर्मगुरुओं ने भी गंगा के महत्व पर हामी भरी। ये भी कहा कि हिंदुओं के लिये
गंगा का धार्मिक महत्व है तो पानी का साफ और पाक होना मुस्लिम समाज में
वजू के लिये भी जरुरी है। ऐसे में गंगा समेत सभी नदियों की हर लडाई में
मुस्लिम हिंदुओँ के साथ हैं...
उत्तर प्रदेश के मौलानाओं
ने साबित कर दिया कि छोटे छोटे झगडे एक तरफ जब बात मुल्क की हो तो सभी
एक साथ है। शायद यही देश की गंगा जमुनी तहजीब है जिसके लिये लखनऊ का देश
में अलग मुकाम है।
चल बे लौडू
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