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Sunday, September 19, 2010

ट्रैफ़िक नियम तोड़ो फ़िल्म देखो

    ट्रैफ़िक का नियम तोड़ने पर आपने जुर्माना तो दिया ही होगा पर क्या कभी नियम   तोड़ने पर जुर्माना भरने के बजाय दो घंटे फ़िल्म देखने की सज़ा मिली है. जी हां हम आपको बताने जा रहे है ऐसी ही सजा के बारे में. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में ट्रैफ़िक के नियम तोड़ने वालों से परेशान होकर यातायात विभाग के कुछ लोगो ने एक उपाय सोचा है. और अब जितने भी लोगो को यह सज़ा मिली है उन्होंने भविष्य में ट्रैफ़िक के नियम न तोड़ने की कसम खा ली है.
रायपुर में अब ट्रैफ़िक के नियम तोड़ने वालों को पूरे दो घंटे तक थाने में बैठकर यातायात के नियमों पर आधारित फ़िल्म दिखाई जा रही है. यातायात पुलिस अपने इस फ़िल्म अभियान से खुश है और उनका मानना है कि ये अभियान अगर ईमानदारी से चले तो ट्रैफ़िक नियमों की अनदेखी करने वाले लोग ज़रुर सुधर जायेंगे.

Thursday, September 16, 2010

कोड़ा का सहयोगी विनोद सिन्हा गिरफ्तार

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा के करीबी सहयोगी विनोद सिन्हा को गुरुवार को सीबीआई ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में दिल्ली के महरौली इलाके से  गिरफ्तार कर लिया। सिन्हा को शुक्रवार को आगे की पूछताछ के लिए रांची ले जाया जाएगा।
 कथित तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री कोड़ा और दो मंत्री इनोस इक्का और हरिनारायण राय भी शामिल हैं।
 सिन्हा को दक्षिण दिल्ली के उसके छिपे हुए ठिकाने से पकड़ा गया। आरोपी को कल दिल्ली की अदालत में पेश किया जाएगा, जहां से उसकी ट्रांजिट रिमांड ली जाएगी। इसके बाद उसे विशेष न्यायाधीश, सीबीआई, रांची के सामने पेश किया जाएगा।
सिन्हा पर आरोप है कि उसने कोड़ा के लिए भारत और पश्चिम एशिया में राशि निवेश की।

Wednesday, September 8, 2010

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आखिर क्‍यों बयान पलटी शाइनी की नौकरानी?

Shiney Ahuja
बॉलीवुड के 'गैंगस्‍टर' शाइनी आहूजा पर एक साल पहले बलात्‍कार का आरोप लगाने वाली नौकरानी आखिर अपने बयान से पलट क्‍यों गई? यह सवाल शाइनी अहूजा के केस के इर्द-गिर्द घूमने लगा है। खास बात यह है कि रेप की पुष्टि होने के बावजूद नौकरानी अपने बयान से कैसे पलट गई।
मजिट्रेट के सामने एन बयान के चलते इस केस में नया ट्विस्‍ट आ गया है। शाइनी के वकील का दावा है कि मंगलवार को नौकरानी ने पुलिस के सामने बयान दिया कि शइनी ने उसके साथ रेप नहीं किया। मीडिया में यह खबर आते ही शइनी की बेगुनाही के दावे शुरू हो गए, लेकिन सही मायने में देखा जाए तो तब तक इस बात की पुष्टि नहीं हो जाती, जबतक नौकरानी मजिस्‍ट्रेट के सामने यही बयान न दे दे। हम आपको बता दें कि करीब एक साल पहले नौकरानी द्वारा मजिस्‍ट्रेट के सामने ही बयान दिये जाने और मेडिकल चेकअप में रेप की पुष्टि होने के बाद ही पुलिस ने शाइनी को गिरफ्तार किया था, हालांकि तीन महीने बाद उन्‍हें सशर्त रिहा कर दिया गया। कानूनी विशेषज्ञों की मानें तो चूंकि नौकरानी ने मजिस्‍ट्रेट और हाई कोर्ट  के सामने जो बयान दिया था, लिहाजा अब उस बयान से पलटने पर नौकरानी को छह माह की जेल हो सकती है। यही नहीं आरोपी उलटा पीडि़ता पर मानहानि का दावा ठोक सकता है। अब देखना यह है कि क्‍या नौकरानी अपने पलटे हुए बयान पर कायम रहती है, या फिर कोर्ट में जाकर वो अपने पुराने बयान पर वापस चली जाती है। यही नहीं इस मामले में नौकरानी को भारी रकम दिए जाने का शक भी गहरा गया है